'नमस्ते' से कोरोना से तो बचेंगे ही, साथ ही सेहत को होंगे ये 8 फायदे

'नमस्ते' से कोरोना से तो बचेंगे ही, साथ ही सेहत को होंगे ये 8 फायदे

अम्बुज यादव

चीन से फैले कोरोना वायरस ने अब भारत में भी पैर पसारना शुरु कर चुका है। दरअसल भारत में भी अबतक इसके 31 केस सामने आए हैं। वहीं इस वायरस की वजह से दुनियाभर में अबतक लगभग 3280 लोगों कि मृत्यु हो चुकी है, जिनमें से 3042 लोगों की मृत्यु चीन में हुई है। वहीं ताजा रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस की वजह से नीदरलैंड में भी एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। उसके बाद वहां की नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पब्लिक हेल्थ ने कहा कि कोरोना वायरस के साथ 86 साल के एक व्यक्ति को रॉटरडैम के इकाजिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसकी अब मौत हो गई। यह व्यक्ति नीदरलैंड में कोरोना की वजह से मरने वाला पहला व्यक्ति है।

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कोरोना वायरस के मरीजों में लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए सभी देशों की सरकारें अपने-अपने स्तर पर इससे बचने के तरीके ढूढ़ रही हैं। यही नहीं इससे बचने के लिए नए-नए तरीको पर भी अमल कर रही है। वहीं इस बीच जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह किसी से भी हाथ मिलाने की बजाए नमस्ते कर रही है। इसके अलवा इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को अपने देशवासियों से हाथ मिलाने की जगह नमस्ते करने का आग्रह किया है। वैसे नमस्ते करने के अलग फायदे होते हैं लेकिन क्या कोरोना वायरस से हमे नमस्तेबचा सकता है। तो आइए जानते है कि कोरोना वायरस के लिए नमस्ते कितना प्रभावी है।

कोरोनावायरस से बचाने में 'नमस्ते' कितना प्रभावी है?

कोरोनोवायरस ने दुनिया के लिए आतंक पैदा कर दिया है, लेकिन इस खतरनाक वायरस से बचने का तरीका बहुत आसान है। कोरोनोवायरस संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति के छींकने या खांसने के दौरान नाक और मुंह से निकलने वाली छोटी-छोटी बूंदें कोरोनावायरस का प्रसार करती हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि कोरोनोवायरस के संदेह वाले रोगियों से कम से कम 1-मीटर की दूरी पर और खांसते या छींकते समय मुंह पर टिशू पेपर या रूमाल का उपयोग करें। ऐसे में ये छींक या खांसी के ड्रोपलेट्स लोगों के हाथ और शरीर में रह सकते हैं। अगर इसी दौरान आप संक्रमित लोगों के संपर्क में आए, तो आप भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए अभिवादन के लिए गले लगना या हाथ मिलाना बंद करके नमस्ते करना आपको इस संक्रमण से बचा सकता है। 

अंजलि मुद्रा के स्वास्थ्य लाभ

जिसे हम आम तौर पर 'नमस्ते' कहते हैं, उसे 'अंजलि मुद्रा' के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन सरल लग सकता है लेकिन यह मन और शरीर को स्वस्थ रखने में अत्यधिक लाभकारी है। आप इस मुद्रा में योगियों को अपने हाथों से ध्यान लगाते हुए देख सकते हैं क्योंकि इससे एकाग्रता बढ़ती है, व्याकुलता कम होती है और शांति को बढ़ावा मिलता है।जैसे ही आप अपने हाथों को इस नमस्कार मुद्रा में जोड़ते हैं, बाहें जुड़ जाती हैं जो हृदय चक्र के पास स्थित होती हैं। इस तरह, हृदय में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है जो स्थिरता और संतुलन लाने में मदद करती है। यह असंख्य शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता हैं, तो आइए जानते है कि आखिर क्या-क्या लाभ मिलता हैं?

  • अंजलि मुद्रा क्रोध नियंत्रण में मदद करती है
  • यह घबराहट से राहत देता है और मन की शांति लाता है।
  • यह अनुभूति और एकाग्रता को बढ़ाता है
  • कलाई और बांह के जोड़ों में लचीलापन प्रदान करता है।
  • शरीर के चक्रों को उत्तेजित करता है।
  • तनाव दूर करता है।
  • आंतरिक जागरूकता को बढ़ावा देता है।
  • मस्तिष्क के गोलार्धों को जोड़ता है और मस्तिष्क के कार्यों और समन्वय का अनुकूलन करता है।

 

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